मेरी परछाई...। मेरी परछाई...।
जिदंगी दो पलो का अफसाना है, आज जिंदगी कल मर जाना है! जिदंगी दो पलो का अफसाना है, आज जिंदगी कल मर जाना है!
तुझसे ही वजूद मेरा, हाँ तुझसे ही ज़िन्दगी,कुछ अच्छा तो शायद ज़रूर किया तुझसे ही वजूद मेरा, हाँ तुझसे ही ज़िन्दगी,कुछ अच्छा तो शायद ज़रूर किया
मानता हूँ मैं कि सांवला जरूर हूँ। मगर मन का मैं बिल्कुल शीशा हूँ। मानता हूँ मैं कि सांवला जरूर हूँ। मगर मन का मैं बिल्कुल शीशा हूँ।
दिल तोड़कर किसी का मुस्कराते हैं लोग...! दिल तोड़कर किसी का मुस्कराते हैं लोग...!
जिंदगी खुशियों की, मोहताज नहीं होती...! जिंदगी खुशियों की, मोहताज नहीं होती...!